भारत की राष्ट्रपति एम्स, बठिंडा के दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं
राष्ट्रपति भवन : 11.03.2025
भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु आज 11 मार्च, 2025 को एम्स, बठिंडा के दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे देशवासियों के लिए एम्स का मतलब होता है सबसे अच्छा और सस्ता इलाज साथ ही विद्यार्थियों के लिए एम्स का मतलब उच्च कोटि की शिक्षा और शोध के लिए अच्छी सुविधाएं। कम खर्च पर विश्वस्तरीय उच्च स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने तथा चिकित्सा के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए देश में अनेक एम्स स्थापित किए गए हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों को इलाज के साथ-साथ शोध और नवाचार में भी अग्रणी रहना आवश्यक है। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि 750 बेड वाला एम्स, बठिंडा अनेक स्पेशियलिटी और सुपर- स्पेशियलिटी विभागों के माध्यम से इस क्षेत्र के लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने एम्स, बठिंडा से जुड़े सभी लोगों से अपने शोध और चिकित्सा सेवा के बल पर इसे क्षेत्रीय उत्कृष्ट चिकित्सा केंद्र के रूप में विकसित करने की अपील की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनका शोध वैश्विक और स्थानीय स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान पर केन्द्रित होना चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि चिकित्सकों को हमारे समाज में बहुत ही ऊंचा स्थान दिया गया है। एक चिकित्सक से यह अपेक्षा की जाती है कि उसमें पेशेवर दक्षता के साथ-साथ करुणा, दया और सहानुभूति जैसे मानवीय मूल्य भी विद्यमान हों। उन्होंने डॉक्टरों को इस नैतिक जिम्मेदारी को समझते हुए उसी के अनुकूल आचरण करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि एक चिकित्सा पेशेवर के तौर पर कई बार वे बहुत ही चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से गुजरेंगे। उन चुनौतियों का सामना करने के लिए उन्हें अपनी भावनाओं पर नियंत्रण करना होगा। उन्होंने उन्हें अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने, उचित जीवनशैली अपनाने, योग और व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि ये सभी कदम उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ और सक्रिय रखने में सहायक होंगे।